Circus in Pratapgarh Uttar Pradesh | सर्कस प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश
यह वीडियो थोड़ा पुराना जरूर है लेकिन इसे देखकर उन दिनों की यादें ताजा हो जाती हैं जब हमारे शहर प्रतापगढ़ में इक्के और तांगे चला करते थे। उन दिनों हर साल सर्कस और जादू दिखाने वाले कभी राजकीय इंटर कॉलेज तो कभी के पी कॉलेज के मैदान में अपना विशाल पांडाल सजाते। जगह जगह कहीं किसी दीवाल पर तो कहीं किसी गुंटी के बगल या पुल से गुजरते हुए किसी खंबे के पास पोस्टरों में हाथी, घोड़े और अजीबो-गरीब करतब करते हुए लोग नजर आ जाते थे। तब हम अपनी दादी या नानी से जिद किया करते कि हमें भी सर्कस देखने के लिए जाना है। फिर वह इक्के पर बैठना और रास्ते भर अपनी नानी या दादी को परेशान करते हुए कि हमें यह चाहिए वह चाहिए करते हुए सर्कस देखने के लिए पहुंच जाया करते थे। बाहर बड़े-बड़े पोस्टरों पर अजीबो-गरीब करतब करते हुए जानवर और नर्तक को देख कर आंखें आश्चर्य से फटी की फटी रह जाती थी। भूख-प्यास सब भूलकर सिर्फ एक ही बात दिमाक में घूमती थी कि कितनी जल्दी अंदर जाएं और यह सारी चीजें अपनी आंखों के सामने होते हुए देखें। टिकट खरीदने के लिए जब हम काउंटर पर पहुंचते थे तो वहां पर भी हम डर के मारे जिद करते थे कि एकदम आगे वाली सीट नहीं बल्कि पीछे वाली सीट पर बैठेंगे नहीं तो शेर खा जाएगा। इस डर भरे रोमांच में बीता हुआ बचपन शायद इस वीडियो को देखते वक्त एक बार फिर से आपको याद आ जाए। जिनके बचपन में ये घटना नहीं घटी वो भी इस वीडियो को देख कर आश्चर्य से हतप्रभ रह जाएंगे।
'सर्कस (Circus) एक चलती-फिरती कलाकारों की कम्पनी होती है जिसमें नट (acrobats), विदूषक (clown), अनेक प्रकार के जानवर (जैसे टाइगर आदि) एवं अन्य प्रकार के भयानक करतब दिखाने वाले कलाकार होते हैं। सर्कस एक वृत्तिय या अण्डाकार घेरे (रिंग) में दिखाया जाता है जिसके चारो तरफ दर्शकों के बैठने की व्यवस्था होती है। अधिकांशत: यह सब कुछ एक विशाल तम्बू के नीचे व्यवस्थित होता है।
A circus is a company of performers who put on diverse entertainment shows that include clowns, acrobats, trained animals, trapeze acts, musicians, dancers, hoopers, tightrope walkers, jugglers, magicians, unicyclists, as well as other object manipulation and stunt-oriented artists.
A traditional circus performance is often led by a ringmaster who has a role similar to a Master of Ceremonies. The ringmaster presents performers, speaks to the audience, and generally keeps the show moving. The activity of the circus traditionally takes place within a ring; large circuses may have multiple rings, like the six-ringed Moscow State Circus. A circus often travels with its own band, whose instrumentation in the United States has traditionally included brass instruments, drums, glockenspiel, and sometimes the distinctive sound of the calliope.
A variety of animals have historically been used in acts. While the types of animals used vary from circus to circus, big cats, elephants, horses, birds, sea lions, bears, and domestic animals such as cats and dogs are the most common.
The earliest involvement of animals in circus was just the display of exotic creatures in a menagerie. Going as far back as the early eighteenth century, exotic animals were transported to North America for display, and menageries were a popular form of entertainment.The first true animals acts in the circus were equestrian acts. Soon elephants and big cats were displayed as well. Isaac A. Van Amburgh entered a cage with several big cats in 1833, and is generally considered to be the first wild animal trainer in American circus history. Mabel Stark was a famous female tiger-tamer.
https://en.wikipedia.org/wiki/Circus
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